आज के युग की सबसे बड़ी समस्या तनाव ही है । आपा धापी भरी जिंदगी और तनाव से जूझता हर व्यक्ति अशांति और बेचैनी – यही रह गया है जीवन का सत्य!
तनाव व्यक्ति की प्रसन्नता को खा जाता है, हर समय चिड़चिड़ा स्वभाव , परेशानी से भरा मन और अस्त व्यस्त जीवन – यही परिणाम दिखाई देते हैं । 70% से अधिक बीमारियां तनाव के कारण ही आती है – अवसाद ग्रस्त व्यक्ति अपना जीवन जीना ही भूल जाता है। निराशा उसे इस हद तक घेर लेती है कि कभी कभी यह प्राण लेवा भी साबित हो जाती है- आत्म हत्या जैसे बुरे विचार मनुष्य को अनहोनी करने को मजबूर कर देते हैं!
प्रश्न उठता है कि तनाव से छुटकारा कैसे दिलाया जाए । पहली बात तो यह समझ लीजिए कि तनाव का आना बुरी बात नहीं है पर उसका टिकना बुरी बात है।
जीवन मे अच्छा बुरा तो घटेगा : सब कुछ मनमाना तो नही हो सकता परन्तु जल्दी ही उन विचारों को मन से निकाले ओर सामान्य होने की चेष्टा करें!
अपने जीवन शैली में बदलाव लाइये : सुव्यवस्थित कीजिये अपने आप को, अनुशासित कीजिये, जो व्यक्ति निराशापूर्ण बाते करें उनसे अपनी दूरी बनाये- हंसना खिलखिलाना तथा प्रकृति की बीच सैर करना, पक्षियों का कलरव, छोटे बच्चों के साथ खेलना – यह सभी आपके तनाव को समाप्त करने में सहायक हैं!
अपने को आध्यात्म से जोड़ें – भगवान का भरोसा ओर सदगुरु की छत्रछाया – आपको बहुत अधिक शक्ति प्रदान करती है । इसलिए महसूस करो हर पल की कृपा भरे हाथों के बीच मैं सुरक्षित हूँ : जीवन का हर पल आनंद लेते हुए गुजारना है- परमात्मा का शुकराना करते हुए : आप पाएंगे कि जीवन खुशियों से लहलहा उठेगा!
सदगुरु के प्रेरणादायक वचनों का नित्य श्रवण, मनन करें, विचारशक्ति बहुत बड़ा काम करती है और आपको वह कुछ प्राप्त होगा जिसकी आपने कल्पना भी न कि होगी ।
2 Comments
सदगुरूदेव आपकी शरण।
Thanks guruji