हे मेरे सद्गुरुदेव! हे मेरे इष्टदेव! आज भी तेरा शुकराना,
कल भी तेरा शुकराना!
सुबह-शाम तेरा शुकराना,
घड़ियाँ-घड़ियाँ तेरा शुकराना!
हर क्षण-क्षण तेरा शुकराना!
चाहे जिस हाल में भी हूँ सदैव तेरा शुकराना!
शुकराना,शुकराना,
हे सतगुरूदेव सदैव तेरा शुकराना!!
नशा चढ़ा गुरु प्रेम का,
बिसरे तन-मन का भान!
सुख-दुःख की चिंता नहीं,
पल-पल रहे प्यारें सदगुरु का ध्यान!!
सच में जीवन में गुरु है तभी यह जीवन शुरू है!
सतगुरु देव के श्री गुरुचरणों में कोटि-कोटि चरण-वंदन! हे गुरुदेव! सदैव हमारे अंग-संग रहो,सदैव हम आपको
जाने-माने व आपकी माने! हम भूल से आपको भूल भी जाये तो भी आप हमें कभी न भूलना जायें! कृपा करो
प्यारें देव!आपके सभी बच्चें सदैव सुखी,स्वस्थ,दीर्घायु,सम्पन्न,सफल व खुशहाल रहें! सभी का हर दिन
शुभ,मंगलमय,भक्तिमय व कल्याणकारी हो।
हे प्यारे देव जी! आप अपने सभी बच्चों को सदैव सुख-शान्ति,यश-कीर्ति, सम्पन्नता,प्रेमपूर्ण वातावरण,व्यवहार
व खुशहाली प्रदान करना! सबकी खाली झोलियाँ भरना,सदैव सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करना! सभी के
हृदय में श्रद्धा-भक्ति की ज्योत जलाना! सभी सदैव सुखी व खुश रहें! सभी का हर दिन
शुभ,मंगलमय,भक्तिमय व कल्याणकारी हो!
ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॐ!
सादर हरि ॐ जी!
3 Comments
Shukrana guruji tera shukrana
Har pal guruji tera shukrana
Sadar naman gurudev
शरण में आये हैं तेरे दाता,
दया करो हे दयालु सतगुरु।
तुम ही तो मेरे माता पिता हो,
तुम ही तो मेरे बंधु सखा हो।
कितने रिश्ते तुम संग जोड़ें,
कृपा करो हे प्रिय सतगुरु।।
ॐ अहम इन्द्रों ना पराजिग्गे!
This is grammatically wrong mantra. Sudhansu ji may better see.