हे मेरे मालिक! मेरे प्यारे प्रभु! हमें इतनी शक्ति देना कि हम दूसरों के दिल को कभी न दुखाये,कभी किसी से ईर्ष्या-दुइश न करें,सदैव सबके प्रति प्रेम का व अपनत्व का व्यवहार करें! ऐसी कृपा दृष्टि रखना!
हे दीनदयाल सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखना! हे गुरुदेव! जो जीवन के इम्तिहान हो उन पर मैं पूरा उतर सकूँ इतनी शक्ति भी देना कि अपने परिवार व अपने देश के प्रति अपने कर्तव्य निभाने की शक्ति देना!
ॐ शांति-शांति-शांति ॐ!