आंखें बंद रखिए, मन शांत! हे दयानिधान, कृपानिधान, सर्वशक्तिमान परमेश्वर हम आपके बालक और बालिकाएं आपके चरणों में उपस्थित होकर आपको बारंबार प्रणाम करते हैं प्रभु और आपके चरणों में हम सभी ये प्रार्थना करते हैं!
हम नहीं जानते हमारे आने वाले समय में हमारे भाग्य में क्या लिखा है.. कितना सुख है, कितना दुख है, कितने हम रोगी रहेंगे, कितने निरोगी रहेंगें, कितने धनी रहेंगें या निर्धन रहेंगें…
प्रभु आप ही जानते हैं आने वाले समय में हम कितनी खुशी पाएंगें या कितना दुख भोगेंगे यह हम किसी को भी नहीं मालूम है आपकी कृपा, आपका आशीर्वाद इसकी हम सबको आवश्यकता है!
हे प्यारे प्रभु हम सबकी प्रार्थना को स्वीकार कीजिए! हम सबके कष्ट, दुख, दारिद्र का विनाश हो और आपकी कृपा हमेशा हमारे उपर बनी रहे हम सबका कल्याण हो अपनी भक्ति में हमारा मन लगाइए हर दिन आपका नाम जपने वाले बनें, सेवा करने वाले बनें, सहयोग करने वाले बनें।
जब तक इस दुनिया में रहे हमें किसी भी प्रकार से, किसी भी तरह कि, किसी से भी कोई सहायता की जरुरत न पड़े हम सेवा कर सकें सेवा कराने की नौबत कभी न आए हम दे कर खुश हों, हमें किसी से लेने की स्थिति न आए हमारा हाथ धन वैभव से हमेशा भरा रहे, घर में सुख शांति बने रहे अपना आशीर्वाद प्रदान कीजिए!
ॐ शान्तिः शान्ति शान्तिः ॐ ॥