मन मन में परमेश्वर के उस नाम को स्मरण कीजिये जो आप जाप करते हों, भगवान को जिस रूप में भी आप मानते हैं उस रूप को ध्यान में ले आइये और उनकी कृपायों के प्रति आभार व्यक्त करो।
देने वाले दाता सबकुछ तुमने दिया और तूने रक्षक बनकर हर पल मेरी रक्षा की तेरी कृपा से ये जीवन चल रहा है, मेरे कर्म ही बाधायें दुःख बनकर सामने आते हैं पर तेरी करुणा ही हमेशा बचाती है।
तू दिखाई तो नहीं देता एहसास होता है हर पल कोई शक्ति मेरे साथ है वह शक्ति जिसके नियम इस संसार में काम करते हैं जिसके कारण सारी चीजें व्यवस्थित हैं जिसके कारण ये नदियां बह रही हैं हवाएं चल रही हैं हमारी धड़कन धड़क रही है चाँद सितारे रौशनी दे रहे हैं पूरा संसार जिसके कारण टिका भी है व्यवस्थित भी है अनुशासित भी है उस परमसत्ता को ध्यान में लेकर आईये और उसके प्रति अपना प्रेम प्रकट करते हुए निवेदन करो की भगवान ह्रदय से मेरा आपसे रिश्ता बना रहे मेरे ह्रदय में तुम बसे रहो मेरा ह्रदय आपसे जुड़ा रहे हर दिन मैं पुकारूँ तू सुने और तू कृपा करे और मैं मानु मेरा सर तेरे चरणों में झुकता रहे।
कभी भी प्रमाद में किसी गफलत में मैं अगर भूल भी जाऊं मेरे प्यारे ईश्वर तू कभी भूलना नहीं मुझे संभाले रखना मैं गलतियों का पुतला हूँ बहुत सारी त्रुटियां होती हैं अपने बच्चे को संभाले रखना और अपनी राह पर लगाए रखना।
मेरे लिए जो भी शुभ है जो भी हितकारी है वही तू करना वही तू देना जिसमे मेरा भला हो मेरा कल्याण हो वही मेरी झोली में डालना। मेरा प्रणाम स्वीकार करो प्रभु सिर झुकाकर आपकी वंदना करता हूँ और आपको प्रणाम करता हूँ।
3 Comments
Sukriya satguru ji
Sukriya satguru ji
हे गुरुदेव मे आपका भारी हुं आप की कृपादृष्टी मुझ पर बनाये रखना आपका आशीर्वाद मुझे दे ना कोटी कोटी प्रणाम प्रभू कोटी कोटी नमन कोटी कोटी वंदन