दोनों हाथ जोड़ लीजिए सभी, और प्रेम से आंखें बंद कर लें, अपने माथे को ढीला छोड़िए शांत और सहज हों। अपने भीतर ॐ कार की ध्वनि का उच्चारण करें ॐ…. ॐ…. फिर से ॐ नम: शिवाय, ॐ नम: शिवाय, ॐ नम: शिवाय दोनों हाथ जोड़कर प्रार्थना करेंगे! दयानिधान, कृपानिधान, प्यारे ईश्वर हम सभी का प्रणाम स्वीकार कीजिए।
आप इस संसार में सर्वत्र हैं और सब में हैं और आपके नियमों से ये सारा संसार संचालित होता है। एक सुंदर सुव्यवस्था के द्वारा पूरा संसार व्यवस्थित है, आपके प्रबंधन में, आपके नियमों में और आपकी रचना में कहीं भी कोई कमी नहीं।
प्रभु हम आपसे प्रार्थना करते हैं जो हम सबको आपने बुद्धि दी है, अपनी सुबुद्धि का विकास करते हुए एक सुंदर सुव्यवस्था का निर्माण हम करें, अच्छा प्रबंधन करें, अच्छी व्यवस्था बनाकर अपने जीवन में स्वर्ग लाएं! अपने संकटों से, अपनी समस्याओं से जूझें, विजेता बनकर के जी सकें।
हमें आशीष दीजिए प्रभु कर्मयोगी का जीवन जीएं, कर्मशील बने रहें, जीवन के अंतिम भाग तक कर्मठ जीवन जीएं, प्रसन्न रहें, आनंदित रहें और आनंद को चारों ओर बिखेरने वाले बनें।
हमें अपनी भक्ति का दान दीजिए कि हर दिन हम आपके साथ समय व्यतित करते हुए आपकी कृपाओं को और आपके वरदानों को भीतर उतार सकें और जिसके लिए आपने हमें जीवन दिया है, उस लक्ष्य को हम पूरा कर सकें। हमारी ज़िम्मेदारियां पूर्ण हों, हमारे कर्त्तव्य पूर्ण हों, प्रभु हमारी जिह्वा पर आपका नाम बसे, हमारे सिर पर गुरुजनों का हाथ हमेशा रहे, हमें आशीष दीजिए।