आईए सभी भगवान के चरणों से अपना ध्यान टिका लें
सांध्य वेला है इस दुनिया से अपना मन बाहर लेकर आईए
जहां कपट है, अशांति है, दुख है केवल मात्र प्रभु के प्रेम से अपने आपको जोडें
उससे निवेदन करें कि प्यारे ईश्वर हम इस धरती पर मनुष्य की देह लेकर आए हैं अपने जीवन के उद्देश्य को जान सकें जो करने के लिए इस धरती पर आपने हमको देह दी है
वो कर्तव्य कर्म हम इस दुनिया में कर सकें हमारी शक्ति बनना, सहारा देना, सुबुद्धि देना हम वह करें जो आप चाहते हैं
आप ही की इच्छा पूरी हो आपकी राह में हम चलें आपके लिए ही कर्म करें, आपको मनाएं, आपको रिझाएं आपके होकर चल सकें और जब तक इस पृथ्वी पर हैं प्रभु शक्ति देना
अपने समस्त कर्तव्य कर्म सारे फर्ज़ निभा सकें सिर पर किसी का भी कर्ज़ न रहे शरीर रोगी न हो और सभी भार हल्का करके सब के कल्याण की कामना करते हुए हंसते मुस्कुराते हुए जीवन जिएं
हमें आशीर्वाद दो, आशीर्वाद दो प्रभु धन धान्य से परिपूर्ण रहें
प्रेम से घर और रिश्ते महकते रहें
कर्म करने की शक्ति बनी रहे किसी का लेकर खुश न हो देकर खुश हो
देने की कृपा और शक्ति बनाए रखना
हम सब का कल्याण हो इष्ट देव के प्रति श्रद्धा रहे और गुरु के वफादार सिपाही बनकर
उनके चरण-शरण से जुड़े रहें हम सब का शुभ मंगल हो
प्रभु हम पर कृपा कीजिए
ॐ शान्ति: शान्ति शान्ति: ॐ
प्रार्थना, Prayer , Sudhanshu Ji Maharaj
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