Sudhanshu Ji Maharaj

August 26, 2021
आत्मचिंतन के सूत्र:

नारद ऋषि के भक्ति सूत्र! | आत्मचिंतन के सूत्र | Sudhanshu Ji Maharaj

आत्मचिंतन के सूत्र ‘सा त्वस्मिन परमप्रेम रूपा’! भक्ति के लिए जरूरी है प्रेमवाले बनना! प्रेमवालों के कारण दुनिया में अच्छाई है! प्रेमवाले व्यक्ति के लिए कोई […]
August 25, 2021
Receiving Lord Krishna’s Grace in Kaliyuga

Receiving Lord Krishna’s Grace in Kaliyuga | Sudhanshu Ji Maharaj

Receiving Lord Krishna’s Grace in Kaliyuga “One who is tolerant, always contented, self-controlled, and involved in devotional service with resolve, his mind and intelligence fixed on […]
August 24, 2021
Play a positive role

सकारात्मक भूमिका अदा करें! | Play a positive role | Sudhanshu ji Maharaj

सकारात्मक भूमिका अदा करें! सम्पत्ति सभी कमाते हैं, जीवन सभी जीते हैं, परन्तु जिसका इस संसार व समाज के लिए अपना कोई योगदान है, उसी का […]
August 23, 2021
हे दाता दीनदयाल! यही विनती है कि हम सभी के जीवन में सुख-शांति दीजिए

Prayer | हे दाता दीनदयाल! यही विनती है कि हम सभी के जीवन में सुख-शांति दीजिए

प्यारे परमेश्वर से हम सभी हृदयपूर्वक प्रार्थना करेंगे। दयालु देव! कृपालु देव! पुरे विश्वभर में जितने भी प्राणी हैं, सब दुःख से बचना चाहते हैं। सभी […]
August 21, 2021
It’s All about Fulfilling Promises

It’s All about Fulfilling Promises | Sudhanshu Ji Maharaj

It’s All about Fulfilling Promises It’s said, three things a person should never try to break- someone’s faith, someone’s heart and a promise. And when it […]