राष्ट्रभक्ति का स्थान ईश्वर भक्ति से भी बढकर होता है जिस प्रकार भक्त उठते-बैठते, सोते-जागते, चलते-फिरते, संसार के सभी कार्य करते हुये अपने दिल में प्रभु […]
प्रार्थना निवेदन कीजिए भगवान से! दयानिधान कृपानिधान सच्चिदानंद स्वरूप परमेश्वर, घट घट वासी अंतर्यामी अजर अभय असीम अनंत सर्वाधार सर्वेश्वर सर्वशक्तिमान, तुम ही राम हो कण […]