दोनों हाथ जोड़ लें और आखे बंद कर लें और श्रद्धा भाव से भगवान से प्रार्थना करें! मन मन में भावना बनाइए! दयानिधान कृपानिधान सर्वशक्तिमान दयालु परमेश्वर हम आपके बालक बालिकाएं आपके चरण शरण में उपस्थित होकर आपको बारम बार प्रणाम करते हैं हे परमेश्वर आप दयालु पिता हैं!
सब के दाता हैं हम सब झोली फैलाए बैठे हैं !आने वाला समय हम सब के लिए सुख दाई हो सब के घर में सुख शांति आए आए हुए सभी भक्तों के चेहरे पर मुसकुराहट बनी रहे! घर में प्रेम हो खुशहाली हो भगवान हमें आशीर्वाद दीजिए
हे परमेश्वर आप अनंत अनंत कृपा करने वाले दयालु पिता हैं सब पर दया करें किसी पर भी अपनी कठोर दृष्टि न रखना आपके दरबार में आए वे सभी भक्तों पर कृपा करना प्रभु हमारी प्रार्थना ये भी है कि संकट मोचक हैं आप सब के कष्टो का निवारन करते हैं!
दुख हो, बीमारी हो, कर्जा हो, चिंता हो या किसी भी प्रकार की पीड़ा जब आप कृपा करते हैं आपका वरदान मिलता है आपकी रहमत बरसती है! सब कष्टों से सब चिंताओं से सब डरों से मुक्ति मिलती है! भगवान संकट तारना, कृपा करना अपने बच्चों पर तेरे दरबार में जो भी लोग आए हुए हैं और आपसे श्रद्धा भाव से जुड़े बैठे हैं!
इन सब पर अपनी कृपा का हाथ रखिए सभी का कल्याण हो सब सुखी हो निरोग हो यही विनती है! हमारी स्वीकार करो प्रभु!
ॐ शान्ति: शान्ति शान्ति: ॐ
प्रार्थना, Prayer, Sudhanshu Ji Maharaj, Shivratri , MahaShivratri