हमारे देश ( हिन्दू धर्म ) मे पूरे वर्ष विभिन्न अवसरों पर त्योहार मनाए जाते हैं, हर त्योहार अपने मे महत्वपूर्ण है! जाने इसकी महत्ता और लाभ !
दीपावली का त्योहार सबसे प्रमुख त्योहारों में एक है! पर यह श्रृंखला करीब दो महीने पहले से ही प्रारंभ हो जाती है! क्रमशः गणपति पूजन से यह प्रारम्भ होता है और कार्तिक पूर्णिमा पर समापन की ओर !
सबसे पहले गणपति पूजन! फिर श्राद्ध पर्व पंद्रह दिनों तक जिसमे हम अपने पितरों को याद करके उनके लिए पूजन करवाते हैं ,उसके तुरंत बाद नवरात्रि की 9 दिन जिसमे दुर्गा माँ की पूजा अति उत्साह व धूमधाम से सभी श्रद्धालु भक्त करते हैं! फिर दशहरा पर्व, पश्चात अन्य अनेक त्योहार बीच मे आकर दीपावली का महान पर्व!
इन त्योहारों का हमारे जीवन मे विशेष महत्व है! एक ओर यह हमें हमारी संस्कृति ( हिन्दू धर्म ) से जोड़े रखते हैं साथ ही रिश्तों में प्रगाढ़ता भी इन्ही के साथ आती है!
हमारे पूर्वजों ने जो यह श्रृंखला बनाई है यह समाज को, परिवार को जोड़े रखने का माध्यम है! इसलिए हमें पूरी तरह समर्पित होकर अपने त्योहारों को मनाना चाहिए , समय देना चाहिए !
एक ओर जहां आपका परिवेश बदलता है! दूसरी ओर आप त्योहारों को मनाते हुए अलग ही आनंद व प्रसन्नता का अनुभव करते हैं, जीवन की उदासी ओर बासीपन दूर होता है !
जिस प्रकार पेड़ के पुराने पत्ते झड़ कर गिर जाते है! और नई कोपले प्रकट होती है, तो पेड़ का सौंदर्य अलग ही दिखाई देता है , उसी प्रकार हम त्योहारों के माध्यम से अपना नवीनीकरण करते हैं !
नृत्य, उल्लास, पकवान, घरों का सजाना, नवीन सुंदर वस्त्रों से स्वयम को शोभायमान करना और इसी प्रसन्नता के बीच त्योहारों का आनंद! यह सभी हमारे जीवन को खुशियों व ताज़गी से भर देते हैं !
हमें अपनी संस्कृति ( हिन्दू धर्म ) को सुरक्षित रखना है तो अपनी भावी पीढ़ियों को भी इसमें अवश्य शामिल करें! अपने बच्चों के साथ यह त्योहार मनाए और उन्हें शिक्षा दें कि हमारी परंपराएं क्या हैं और उनका वहन आगे संतान को किस प्रकार करना है !
हर त्योहार के पीछे कोई भावना जुड़ी हुई है! कही यह हमें भक्ति की ओर बढ़ाता है, तो कही अपने पितरों का स्मरण कराता है, कही भाई बहन के रिश्ते सुदृढ़ करते हैं, कही पति पत्नी का संबंध अधिक प्रेमपूर्ण हो, अर्थात हर त्योहार अपने मे सम्पूर्ण है और कुछ अर्थ रखता है- इसलिए अपने जीवन को महोत्सव बनाने के लिए आनंदित रहें, खुशियां मनाएं! अपने बासीपन ओर उदासी को बाहर निकाले !
सभी पर्व आप सभी के लिए शुभ, मंगलमय हों और आप प्रसन्न, समृद्ध, स्वस्थ, प्रेमपूर्ण और आनंदित रहें! – ऐसी कामना !
4 Comments
Now it has become more essential to focus on our moral values, traditions, customs, lifestyles etc so that Hinduism is protected in families, society and the nation. Om Guruve Namah
जय हो मेरे प्यारे श्री सदगुरू देव जी कोटि कोटि प्रणाम नमन वंदन हो
जय हो सदगुरु देव महाराज जी आपकी जय हो शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया आपकी हर दैन के लिए शुक्रिया आप सदैव स्वस्थ निरोगी रहे आपकी दया दृष्टि सभी भक्तों पर सदैव बनी रहे औम गुरुवै नम औम नमो भगवते वासुदेवाय नम
हिन्दू हमारी राष्ट्रीयता है
सनातन हमारा धर्म है
समस्त त्यौहार व पर्व धर्म को सशक्त करता है।हमारे धर्म का सम्बन्ध सूर्य से है। सद्गुणों व सद्भावनाओं का आभाव हमारे जीवन मैं क्यों………..
वंदे मातरम्