दोनों हाथ जोड़िए सभी लोग और बहुत प्रेम से अपनी आंखें बंद कीजिए , माथा शांत करें आंखों पर दबाव नहीं डाले, होठों पर थोड़ी सा मुस्कुराहट ले आएं और हे प्रभु प्यारे ईश्वर से अपने सुख, शांति और अपनी सफलता की प्रार्थना कीजिए।
हे प्रभु! हम आपकी शरण में हैं! आप ही सबके आधार हो आप ही सबके जीवन के नियंता हैं, सबके दाता हैं, संकटमोचन हैं हे प्यारे ईश्वर हम आपकी शरण में हैं
हमारी झोली भरिए, अपनी कृपा हम पर इस रुप में उडेल दीजिए के प्रत्येक दिन हमारा शुभ दिन हो जाए! जो भी कर्म हम करें वो शुभ कर्म हो
हमारी दृष्टि को पवित्र करो हमारे मन में शांति लाओ, हमारी वाणी में मधुरता दो हमारे संपर्क में आने वाले लोगों को हमारा मधुर व्यवहार प्रभावित करे!
सब ओर से सुख आए शांति आए किसी भी प्रकार से कोई भी दुख संकट जीवनमय न रहे! प्रभु आशीर्वाद दो….
आशीर्वाद दो के आपकी भक्ति हमारे जीवन में बढ़े हमारे हाथों से सत्कर्म हो और आपके सत्संग के लिए हम समय निकाल सकें! आपके पथ पर हम चल सकें! हम सबका कल्याण हो! आशीष दीजिए!
ॐ शान्ति: शान्ति शान्ति: ॐ
प्रार्थना , Prayer , Sudhanshu Ji maharaj , Meditation Retreat