नववर्ष की प्रतीक्षा में सभी रहते हैं! नया वर्ष जीवन में नयी ख़ुशियाँ लाएगा! गुरु कृपा बनी रहे तो जीवन आनंद से भरपूर रहेगा -ऐसी सभी की कामना रहती है !
परंतु हमें अपने जीवन का उद्धार करना है, आगे बढ़ना है , उसके लिए प्रयासरत रहना है यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए। नववर्ष के किए हम कुछ ऐसी योजना बनायें जो हमारे जीवन को ऊँचाई पर ले जा सके!
सबसे मुख्य बिंदु कि आध्यात्मिक प्रगति कैसे की जाये क्योंकि जब तक आप आध्यात्मिक सीढ़ियाँ नहीं चढ़ेंगे तब तक जीवन में परिवर्तन असंभव है ! अपने आप को किसी संबुद्ध सदगुरु के हवाले कर दीजिए वह आपके जीवन की दिशा बदल देंगे। जब दिशा बदलेगी तो दशा भी बदलेगी। एक नवीन व्यक्तित्व का निर्माण संभव होगा!
आध्यात्म का पथ ही जीवन को नये मोड़ पर लाकर खड़ा कर सकता है अन्यथा यूँ ही संसार के भोगों में उलझते उलझते जीवन समाप्त हो जायेगा क्योंकि गुरु ही सत्य के पथ पर लेकर जा सकते हैं, वही निर्देश देंगे कि सही क्या है और ग़लत क्या है !
इसलिए नये वर्ष में नये संकल्प करने का समय है। पुराने बासी पत्ते जैसे झड़ जाते हैं और नयी कोपलें निकल कर वृक्ष का सौंदर्य बढ़ाते हैं -उसी प्रकार हमें अपनी पुरानी ग़लत आदतों को छोड़ना होगा और नवीनता की और बढ़ना होगा !
आज से संकल्प करना होगा नियमित होने का, अनुशासित होने का, व्यवस्थित होने का, मर्यादित होने का क्योंकि जब तक जीवन दृढ़ता से सुधार के पथ पर नहीं बढ़ेगा – जीवन में प्रकाश नहीं आएगा। वही अंधेरा और पीड़ा साथ चलती रहेगी !
इसलिए नववर्ष में नवजीवन का निश्चय करें और इसे सार्थक भी करें। ईश्वर की तमाम अनुकंपाओं के उत्तराधिकारी बनें और साथ ही गुरु कृपा आपके जीवन में बरसती रहे। नववर्ष सबके लिए शुभ हो , मंगलमय हो, आनन्दमय हो यही ईश्वर से प्रार्थना है!
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Hari om satguru Dev ji