जब कोई दवा काम न आये तो उस परम शक्तिवान परमात्मा, कृपालुदेव के नाम का ध्यान करना चाहिए!
Meditation कोई क्रिया नही है यह वह रामबाण हैं! जो आपको कितना लाभ पहुंचाता है इसकी आप कल्पना नही कर सकते!
मैडिटेशन का नाम लेने से लगता है जैसे कोई क्रिया करने के लिए कहा जा रहा है!
परंतु यह तो एक विद्या है! गूढ़ विज्ञान है जो हमे, हमारे जीवन और व्यक्तित्व को नए रूप में लाकर खड़ा कर देता है! परंतु कुछ ही लोग हैं जो इसकी गहराई ओर इसके वास्तविक रूप को समझते हैं!
विश्व भर में मैडिटेशन करवाना एक धन अर्जित करने का माध्यम बन गया है! मैडिटेशन / ध्यान तो वह साधन है जिससे परम आनंद की अनुभूति होती है और परमात्मा के साम्राज्य में प्रवेश मिलता है ध्यान रखिये की वही ध्यान लाभ देगा! जो एक जागृत गुरु के निर्देश और आज्ञा अनुसार सीखा गया हो अन्यथा वह केवल एक व्यायाम की तरह है!
ध्यान की वास्तविक प्रक्रिया को जानना और उसको अपने जीवन मे कैसे धारण किया जाए! यह संबुद्ध सदगुरु की शरण मे बैठकर ही प्राप्त होता है क्योंकि वह आपको स्थाई रूप से मिलने वाली शांति पाने की कला सिखाते है!
ध्यान से आप अपने उन रोगों का भी निवारण कर सकते हैं! जिनका आप दवा के माध्यम से उपचार नही कर पाए थे! दवा यानी MEDICATION आपको तुरंत लाभ तो पहुंचा सकता है! पर जड़ से ही रोग को मिटाना हो तो MEDITATION कीजिये!
ध्यान के माध्यम से सदगुरु आपको अल्फा, बीटा, थीटा, गामा तरंगों के लेवल तक लेकर जाते हैं! जो शरीर मे एक रासायनिक प्रक्रिया को जन्म देता है और रोगों से मुक्ति मिलती है!
बहुत से उदाहरण देखने मे आये हैं जहाँ व्यक्ति ने अपने घुटनो के दर्द , कैंसर, ओर ऐसी ही अनुपचारिक बीमारियों से मुक्ति पाई है- मतलब यही है कि ध्यान से जहां असीम मानसिक शांति और शारीरिक उपचार तो संभव हैं ही, वही आप परमात्मा के साम्राज्य में प्रवेश भी पाते है!
इसलिए अपने इस अमूल्य जीवन को मूल्यवान बनाइये! सदगुरु जब भी आमंत्रण दें, उस मोके को हाथ से न जाने दें, अपने समय मे से इस कार्य के लिए समय अवश्य निकालिये क्योकि समय मूल्यवान है और उससे ज्यादा आपका जीवन, आपका स्वास्थ्य इसके महत्व को समझे और स्वस्थ, खुशहाल जीवन को अंजाम देने,
सदगुरु अपने अनुभव से जो कुछ पाया है! वह अपने शिष्यों को बांटकर प्रसन्न होते है! क्योंकि उनकी यही इच्छा होती है कि हर घर मे खुशहाली हो, हर व्यक्ति स्वस्थ,समृद्ध रहे !
समृद्धि और वैभव प्राप्त करने हेतु पूज्य महाराजश्री ने एक अद्बुध meditation इस विश्व को प्रदान की है जिसका प्रभाव लाखों साधक प्रत्यक्ष देख चुके हैं! यह है श्री वैभव लक्ष्मी साधना जिसको प्रत्येक वर्ष दीपावली से पूर्व सिखाया जाता है! इस वर्ष यह साधना 8 और 9 अक्टूबर को आनंदधाम आश्रम में पूज्यश्री सीखने वाले हैं और आप भी सादर आमंत्रित हैं!
कोरोना काल में, और साधकों की आने जाने की असमर्थता को ध्यान में रखते हुए गुरुदेव ने अपनी विशेष कृपा की है कि ऑनलाइन मैडिटेशन की व्यवस्था भी कर दी, जिससे आप अपने सुविधानुसार समय पर, घर बैठे ही ध्यान का आनंद ले सकते हैं! और यह अचूक अवसर हाथ से ना जाने दें, गुरुदेव के इस आशीर्वाद का अवश्य लाभ लीजिए!
परम सौभाग्य जो ईश्वर ने हमे ऐसा अवसर दिया, ऐसा सदगुरु दिया जो हमारे मनुष्य जीवन को सार्थक करने का पुनीत कार्य कर रहे हैं!