आईए सभी दोनों हाथ जोड़ लें और इस सांध्य बेला में परमात्मा से अपने जीवन के सुख शांति के लिए, धर्म के लिए, अपने घर परिवार में बरकत के लिए, रोग, शोक, कष्ट, कलेश मिटें उस आशीर्वाद के लिए सब मिलकर प्रार्थना करें।
मन शांत हो, आंखें प्रेम से बंद कर लीजिए।
माथे पर दबाव हाटाइए। मन-मन में भगवान का नाम तीन बार जप लीजिए। भगवान के जिस रुप को आप मंदिर में पूजते हैं, उस स्वरुप को आंखों के सामने ले आईए और अनुभव कीजिए कि आपको आशीष मिल रहा है और आप भगवान से निवेदन कर रहे हैं।
निवेदन इसके लिए भी कीजिए कि आपको एक अच्छी सेहत मिले, आपके माथे में शांति रहे, आपके चेहरे पर प्रसन्नता रहे, आपके हृदय में प्रेम रहे और आपके सभी रिश्तों में मान सम्मान के साथ वह प्रेम प्यार भी हो जिससे जिंदगी चलती है! और अपने धर्म से विचलित न हो! भगवान से ये भी मांगिए कि जब तक हम रहें दुनिया में हमारे हाथ पांव ठीक से काम करते रहें। हमें किसी के सहारे की आवश्यकता न पड़े।
हर दिन धन्यवाद करते हुए हमारे दिन की शुरुआत हो और हर शाम हम शांति में ऐसी नींद लेकर सोएं के मन में ये विश्वास हो कि मेरे पास सब कुछ है और मेरे उपर मेरे प्रभु की, मेरे गुरु की कृपा निरंतर है और पूर्ण है।
फिर से मन-मन में तीन बार भगवान का नाम उच्चारण कर लीजिए और मानसिक रुप से प्रार्थना कीजिए! कि हे दयानिधान, कृपानिधान, सर्वेश्वर, सर्वव्यापक, सर्वअंतर्यामी भगवान, हे अजर-अमर अविनाशी! हे सर्वव्यापी ईश्वर, दीनों के दीनानाथ, अनाथों के नाथ, धनियों के धनी, सभी रक्षक जनों के परम रक्षक परमात्मा हम सब भक्तों का प्रणाम स्वीकार करो।
हमारी श्रद्धा, हमारा प्रेम आपके चरणों में अर्पित है। परमेश्वर हम पर कृपा कीजिए कि हमारी जीव्हा पर आपका नाम बस जाए, हम आपके लिए समय निकालें, आपकी राह पर चलें, हमारा विश्वास आपके चरणों में कभी कमज़ोर न पड़े।
हमारे घर में धर्म हो, शुभ कर्म हो, पुण्यों का प्रभाव हो, हर दिन सुख से बीते। भगवान हमें आशीष दीजिए हम सबका कल्याण हो!
2 Comments
खूप! खूप!धन्यवाद मेरे प्यारे sadgurudev ji ..
आपकी प्रार्थनाएँ बहोत प्रेरणादायी है….जिवंतपणा है.
हमारे लिए ही आप सदा सोचते रहते हो…हमारे लिए ही भगवान से प्रार्थना करते रहते हो…हम बहुत खुशकिस्मत वाले है जो आप ने हम जैसे को स्विकार किया…आप जैसे सद्गुरु देव बड़े भाग्य से मिलते है..मानली की इतनी प्यारी यादें है की अभी तक दिल में बैठी है..धन्यवाद!धन्यावाद!धन्यावाद ! मेरे प्यारे sadgurudev ji…
आपके एहसान का बदला चुकाया जा नहीं सकता
Let there be no attachment except with God. Let me have absolute faith in the words of my Guru. Let me reassure myself that everything will be good and as God wants and He will want only the best for me. Om Guruve Namah