सत्य ही धर्म, तप, योग और सनातन ब्रह्म व्रतेन दीक्षामाप्नोति दीक्षयाप्नोति दक्षिणाम्। दक्षिणा श्रद्धामाप्नोति श्रद्धया सत्यमाप्यते।।। (यजुर्वेद 19/30) व्रत धारण करने से मनुष्य को श्रेष्ठ अधिकार […]
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