हे भगवान भास्कर! हे सूर्य देव! अपने आलोक से हमें भी आलोकित कीजिए। अपनी लालिमा के आंचल में हमें भर लो। आप पूर्व दिशा में उदय होते हैं। हमें अपना आरोग्यमय शुभ दर्शन दीजिए, हे प्रभु! आप प्रकाश स्वरूप हो, कल्याण स्वरूप हो, मुझे भी अपने दिव्य प्रकाश से आलोकित कीजिए। आपके चरणों में नतमस्तक हो आप से ओज-तेज की याचना करता हूं।
मैं जहां भी जाऊं आपका प्रकाश मेरे साथ हो, मैं सदा प्रकाश फैलाता रहूं। मैं सिर से लेकर पांव तक सूर्य की रोशनी से नहाँ सकूँ, आरोग्य पा सकूँ, मैं यशस्वी, वर्चस्वी, ओजस्वी होऊँ। मेरे रोम-रोम में प्रकाश फैले, मैं सहनशील हो सकूँ। मैं शक्तिशाली हो सकूं, मैं तरोताजा बनूँ, ऊर्जावान बनूँ देव!
मेरी ऊर्जा सृजन में लगे, निर्माण में लगे, कल्याण में लगे, सुरक्षा में लगे। सारा जगत स्वस्थ हो, सुरक्षित हो, ऐसी कृपा करो भगवन! तुम्हे प्रणाम है, प्रणाम है देव।
शांतिः! शांतिः!! शांतिः!!!