दोनों हाथ जोड़िए और प्रेमपूर्वक अपनी आंखें बंद कीजिए। चेहरे पर प्रसन्नता का भाव और फरियाद करते हुए अपने प्रभु के चरणों में अरदास करें, प्रार्थना करें। हे प्यारे प्रभु, हे असीम अनंत, हे शुद्ध बुध मुक्त स्वभाव, हे सच्चिदानंद स्वरूप हम सबका प्रणाम स्वीकार करो प्रभु।
पूरा संसार आपके नियमों में बंधा हुआ है, आपकी व्यवस्था में व्यवस्थित है और आपकी दिव्य योजना के अनुसार यह संसार चलता है उसी से बंधे हुए हम सब जीव, इस दुनिया में जन्म ग्रहण करके आते हैं और वही एक व्यवस्था है आपकी, कर्मों का लेखा जोखा लेकर, हंसते मुस्कुराते इस दुनिया में सुख दुख भोगते भोगते, नए काम करते-करते जीवन का अगला क्रम अगले जन्म में फिर हम शामिल होते हैं।
प्रभु ऐसी बुद्धि दो इसी जन्म में हम सब कर्मों का भुगतान करके अपना खाता शुद्ध करें और अगला जन्म सबका ही अच्छा जन्म हो। जीवन स्वर्ग से जुड़ जाए। हम स्वर्ग से इस तरह जुड़े इस धरती को भी स्वर्ग बनाए और मुक्त होकर भी स्वर्ग को पाएं।
हमारे हाथों से शुभ कर्म हो, जिव्हा से नाम जपने वाले बने, हाथों से दान देने वाले, सहयोग करने वाले बने। हमारे हाथों से किसी का बुरा ना हो। सबकी मंगल कामना करते हुए सुखी शांत संतुष्ट होकर जीवन जीएं।
भगवान सबको अपना आशीष दीजिए। जो आपके दर पर आकर बैठें हैं, सबको निहाल करो, मालामाल करो। सब पर अपनी कृपा छाया रखिये। सभी जो जो भी कामना लेकर आए हैं, उनकी कामना पूरी हो जाए। हमारी यही प्रार्थना है प्रभु स्वीकार करिये