प्रेमपूर्वक दोनों हाथ जोड़ें और बड़े ही शांति और कोमलता से अपने आंखों को बंद करें, कृतज्ञता का भाव लाते हुए परमेश्वर का नाम मन मन में प्रार्थना कीजिए। उनकी कृपाओं के प्रति धन्यवाद कीजिए।
हम सभी अपने मन में बहुत सारी इच्छाएं लिए बैठे हैं लेकिन सबकी इच्छा सबसे बड़ी इच्छा सुखी और सुरक्षित जीवन समृद्ध और खुशहाल जीवन और यह सब प्रभु के चरणों में है। उसी प्यारे ईश्वर से हम मांगे वह सुबुद्धि दो प्रभु जिससे संसार में जीने का ढंग आये।
हमारे रास्ते हमारा पथ हमारे लिए स्पष्ट हो के इस पर ही चलना है, अपना कर्तव्य समझ आए। जीवन की अवधि जो भी मिली है बहुत लंबी नहीं होती पर इसका ठीक से उपयोग करना आ जाए। व्यर्थ के भ्रम में झूठे आकर्षणों में जीवन न बीते। परमात्मा मेरी प्रार्थना है तू अपने प्रेम के रंग में रंगे, जिह्वा पर तेरा नाम रहे, नाम जपने में रुचि हो, सेवा सत्कर्म में भावना बने, गुरुजनों के प्रति श्रद्धा निष्ठा रहे।
हमें आशीष दीजिए हम अपना कल्याण कर सकें प्रभु हर दिन उन्नत हों और हर दिन हमारे जीवन का मूल्य बढ़े हम पर कृपा कीजिए विनती स्वीकार हो।