अपने मन को शान्त करें दोनों हाथ जोड़ लें! चिंताओं की दुनिया से थोड़ी देर के लिए अपने आपको परमात्मा के चरणों में ले आइए।
मन शान्त कीजिए प्रेमपूर्ण हों! प्यारे ईश्वर की कृपाओं को याद कीजिए! देने वाले दाता ने आपको बहुत कुछ दिया, आपकी झोलियां भरीं, आप पर कृपायें कीं। रक्षक बनकर उसने आपको संभाला और वैद्यनाथ बनकर आपकी चिकित्सा की, संसार ने रुलाया तो आंसू पोंछकर जिसने मुस्कुराहट दी, जिसने सुंदर परिवार आपको दिया उस दाता का ध्यान करते हुए मन मन में धन्यवाद कीजिए। हे प्रभु, मेरे घर परिवार पर कृपा रखना!
समृद्धिदाता, झोलियाँ भरने वाले भगवान! आपको बारंबार प्रणाम। कष्टों का निवारण करने वाले मेरे रक्षक मेरे परमेश्वर दंडवत प्रणाम करता हूं आपको! मेरे साथी बनकर जीवन के उतार चढ़ाव के बीच भी तुम मेरे साथ खड़े रहे।
दुनिया दूर हो गई पर दुनिया के मालिक! तुम किसी न किसी रूप में मेरा सहारा बनकर मुझे अवसर देते रहे और मुझे आगे ले जाते रहे।आपको प्रणाम करता हूं प्रभु। प्यारे ईश्वर मेरी प्रार्थना है कि मेरी जिह्वा पर आपका नाम बस जाए और मुझे आपका नाम जपने में रस आने लग जाए।
मेरा नियम पक्का हो जाए! अपने भक्तों में मेरा नाम भी आप शामिल कीजिए। मेरे हाथों से सेवा कराइए! मेरे पांव आपकी ओर चलें, मेरा हृदय प्रेमपूर्ण होकर आपसे जुड़ जाए। मेरे घर परिवार पर कृपा रखना भगवान। कष्टों का निवारण करना और हर परीक्षा के मध्य मुझे सुबुद्घि देना। जिम्मेदारियों का बोझ उठा सकूं ऐसी मेरे कंधों में शक्ति देना।
हर पल मुस्कुराहट रहे, आपके चरणों में ध्यान रहे, हम सबका कल्याण हो, हमारे पूर्वजों को भी शांति मिले और हम अपने पूर्वजों का मान बढ़ा सकें। कृपा करो प्रभु।