दुनियादारी से थोड़ी देर के लिए ध्यान हटाइए। अपने प्यारे परमात्मा से, उस मालिक के साथ अपना संबंध जोड़िए रिश्तों में प्रेम जोड़िए और उससे प्रार्थना कर लीजिए, अरदास कर लीजिए कि अब तक आपने मुझे संभाला है, दुःख, तकलीफ से बचाया, मेरा हाथ थामे रहे, प्यारे ईश्वर इस दुनिया की भीड़ में खो न जाऊं, अपने कर्मों से अपनी पहचान बनाऊं, इस दुनिया से जाना भी हो लेकिन हमारी कीर्ति हमारे यश का शरीर दुनिया में रहना चाहिए। हमारे कर्म इस दुनिया में सुगंध फैलाएं, प्रार्थना यह भी कीजिए कि जिह्वा पर तेरा नाम हमेशा बसा रहे प्रभु और सेवा करने की हमें शक्ति देना।
शक्ति देना कि जीवन के आखिरी समय तक यह शरीर साथ निभाता रहे, जिह्वा पर तेरा नाम सजा रहे, आंखों में हम तेरी लीला, तेरी महिमा का दर्शन करते रहें।
कोई कर्म ऐसा न हो कि हमारे पूर्वजों की, बड़ों की पगड़ी नीचे हो, परमात्मा अंग संग रहना, सुख समृद्धि देना, तेरे दर पर जो भी आए हैं सबकी झोलियां भरना, सबके चेहरे पर मुस्कुराहट देना, रिश्तों में प्रेम देना, खुशहाली देना भगवान।