Atmachintan

April 15, 2021
Atmachintan

नमन करने से मन सुमन होता है | आत्मचिंतन | Atmachintan | Sudhanshu Ji Maharaj

नमन करने से मन सुमन होता है नम जाओ यानी झुक जाओ : झुकने का अर्थ है कि आप विनम्रता की पराकाष्ठा पर हैं। विनम्रता ही […]
April 8, 2021
आत्मचिंतन के सूत्र | Atmachintan

भक्ति में शक्ति आती है गुरुकृपा से | आत्मचिंतन के सूत्र | Atmachintan | Sudhanshu Ji maharaj

भक्ति में शक्ति आती है गुरुकृपा से भक्ति का अर्थ भगवान में लीन हो जाना , समर्पित हो जाना !भक्ति तो सभी करते हैं अपने अपने […]
April 1, 2021
श्रद्धा और विस्वास ऐश्वर्य है भक्ति में

श्रद्धा और विस्वास ऐश्वर्य है भक्ति में | Atmachintan

श्रद्धा और विस्वास ऐश्वर्य है भक्ति में। नियम के साथ आप हर दिन भक्ति में बैठो तो सफलता मिलेगी! कृपा भी मिलेगी और भक्ति भी होगी! […]
March 18, 2021
The art of living Life

जीवन जीने की कला | The art of living Life | Atmachintan | Sudhanshu Ji Maharaj

जीवन जीने की कला जीवन खत्म हुआ तो जीने का ढंग आया : जब शम्मा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया – जीवन का क्या […]
March 4, 2021
शिष्य के कर्त्तव्य

शिष्य के कर्त्तव्य | आत्मचिंतन | Atmachintan | Sudhanshu Ji Maharaj

शिष्य के कर्तव्य 1.  प्रत्येक शुभ कार्य, महत्वपूर्ण कार्य मे गुरु का आशीर्वाद लेना चाहिए। 2.  सद्गुरुं की आज्ञा का पालन सर्वोपरि है। 3.  वर्ष में […]