August 19, 2020
Prana - twenty-first century will have to gather in purity of thoughts

प्राण – विचारों की शुद्धता में जुटानी होगी इक्कीसवी सदी

रामानुज जिन्होंने भक्ति की विशिष्ट धारा प्रवाहित की। कम्बन ने तमिल में रामायण लिखी, ज्ञानदेव ने दक्षिण भारत में भक्ति आन्दोलन का श्रीगणेश किया, तो माधवाचार्य […]
August 18, 2020
REMAIN UNDER THE DIVINE SHADOW

REMAIN UNDER THE DIVINE SHADOW | Sudhanshu Ji Maharaj

We have been talking about major powers that concern us – God and the Soul But there is yet another major power besides these two and […]
August 17, 2020
हे सच्चिदानंदस्वरूप! हम सभी आपके श्रीचरणों में कोटिश: नमन करते हैं!

प्रार्थना! | हे सच्चिदानंदस्वरूप! हम सभी आपके श्रीचरणों में कोटिश: नमन करते हैं!

प्रार्थना! हे परमेश्वर! हे सच्चिदानंदस्वरूप! हम सभी आपके श्रीचरणों में कोटिश: नमन करते हैं! हे मेरे प्यारे प्रभु! हे दयाओं के अनंत सागर!आप पल-प्रतिपल हम सब […]
August 16, 2020
GURU COMFORTS US AND SHOWS THE RIGHT PATH

GURU COMFORTS US AND SHOWS THE RIGHT PATH | Sudhansu ji Maharaj

Sadguru is the lamp in the darkness Sadguru is like a lamp in the desert. He dispels the darkness from the lives of the ignorant. He […]
August 15, 2020
तीन गुणों का समर्थ संतुलक अमिट देश भारत

तीन गुणों का समर्थ संतुलक अमिट देश भारत | Independence Day | sudhanshu ji maharaj

तीन गुणों का समर्थ संतुलक अमिट देश भारत ‘पुनर्जन्म’ अर्थात् फिर-फिर जन्मने, मरकर फिर जन्म लेने की सशक्त भावना। यह भावना ही किसी व्यक्ति को युवा […]