Life’s Journey is yours to walk Alone “Someone else’s eyes, someone else’s strength, and someone else’s knowledge or perception will never be yours. Instead, you can […]
बुढ़ापा अपना-अपना भारतीय संस्कृति में जीवन क्रमशः चार चरणों ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ एवं संन्यास से युक्त है। 25-25 वर्ष अवधि के प्रत्येक चरणों के आधार पर […]
Change is a Part of Life Happiness feels good because of unhappiness. A cool breeze feels good when it follows hot weather. The day is good after a […]
एक महान् कूटनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य हुए हैं। उन्होंने कहा है वह गृहस्थाश्रम धन्य है, स्वर्ग तुल्य है जिस गृहस्थाश्रम में ये विशेषताएं हों। जिस घर में […]