March 13, 2020
शरनागती हो तो कैसी | आत्मचिंतन के सूत्र- 2 | Sudhanshu Ji Maharaj

शरनागती हो तो कैसी | आत्मचिंतन के सूत्र- 4 | Sudhanshu Ji Maharaj

शरनागती हो तो कैसी ? * सामान्य रूप से *2 तरह की शरणागति है – एक बिल्ली जैसी और दूसरी बंदरिया जैसी। बिल्ली अपने दांतो से […]
March 9, 2020
Holi is the festival of awakening in life

जीवन में नवरस जागरण का पर्व है होली | Sudhanshu Ji Maharaj

“हुतं लाति इति होली” किसान जिस बीज को अपने खेत में बोता है, वही बीज उसे कई गुणा अधिक मात्र में वापस मिलता है। यह बोने […]
March 5, 2020

आपकी सफलता आपकी आदतों पर निर्भर करती है। जानने के लिए यह प्रशन स्वयं से करें ।

मेरी कौनसी आदत मेरी उन्नति में बाधक है और मुझे आगे बढ़ने से रोकती है? में जिनसे मिलता हूँ,वो मेरी उन्नति में साधक हैं या बाधक […]
February 28, 2020

भगवान के मार्ग पर कैसे चलें | आत्मचिंतन के सूत्र- 2 | Sudhanshu Ji Maharaj

1. अपने कार्यक्षेत्र में कार्य करते हुए भगवान को प्राप्त करो। हर व्यक्ति को अपने स्वभाव के अनुसार कुछ कर्म करने चाहियें। क्षत्रिय हैं, वैश्य हैं, […]
February 17, 2020
Sources of self-reflection

जीवन के पौधे को शांति के जल से सींचना सीखो | आत्मचिंतन के सूत्र- 1 | Sudhanshu Ji Maharaj

* जीवन के पौधे को शांति के जल से सींचना सीखो सुख से पहले आनी चाहिए शांति। शांति वहां आती है जहां संतुलन है, जहां सुव्यवस्था […]