Sudhanshu Ji Maharaj

December 22, 2022
व्यर्थ इच्छाओं से मुक्ति का रहस्य

आत्मचिंतन के सूत्र: | व्यर्थ इच्छाओं से मुक्ति का रहस्य | Sudhanshu Ji Maharaj

आत्मचिंतन के सूत्र: व्यर्थ इच्छाओं से मुक्ति का रहस्य जब सभी इच्छाएं समाप्त हो जाती हैं और व्यक्ति आंतरिक संतुष्टि की स्थिति तक पहुंच जाता है, […]
December 19, 2022
हे प्रभु निर्भय और निश्चिंत जीवन जी सकें हमें आशीष दीजिए

हे प्रभु निर्भय और निश्चिंत जीवन जी सकें हमें आशीष दीजिए | Prayer | Sudhanshu Ji Maharaj

हे प्रभु निर्भय और निश्चिंत जीवन जी सकें हमें आशीष दीजिए प्रेमपूर्ण, शान्त,  सहज जीवन हों। श्वास भरकर ओमकार का उच्चारण कीजिए, ॐ .. अपने आत्मस्वरूप […]
December 17, 2022
You are your own creator

You are your own creator | Sudhanshu Ji Maharaj

You are your own creator It seems that we have been living in a dormant state for the past few years. Covid had taken us all […]
December 15, 2022
कल्पना करें अपना नया संस्करण

आत्मचिंतन के सूत्र: |अपना एक नया संस्करण बनाएँ | Sudhanshu Ji Maharaj

आत्मचिंतन के सूत्र: अपना एक नया संस्करण बनाएँ हर किसी में अपना एक नया संस्करण बनाने की इच्छा होनी चाहिए! इस तरह से हम नए साल […]
December 13, 2022

अपनों के नाम पर ख़ून के रिश्तों में ही न उलझिये, समाजदेव की भी समुचित सेवा कीजिए

अपनों के लिए जोड़-जोड़ कर आप कितना भी दे दें, फिर भी उनको शिकायत रहती है। आपका बेटा कहेगा कि हमें क्या कमाकर दिया आपने? क्या […]