Sudhanshu Ji Maharaj

September 26, 2020
The Path of Service

The Path of Service (Sewa ki Rah) | Sudhanhu ji Maharaj

If righteousness is not within us naturally no good or bad deeds can make us righteous. We see crowds in temples but have not been able to […]
September 25, 2020
The First Step on The Path of Spirituality

The First Step on The Path of Spirituality | Sudhanshu Ji Maharaj

When the spark of devotion is ignited in the devotee’s heart, the first thing he does is go to the Temple. Keep a note that the […]
September 24, 2020
घर को स्वर्ग बनाना है तो ध्यान रखना होगा

घर को स्वर्ग बनाना है तो ध्यान रखना होगा | Atmachintan | Sudhanshu ji Maharaj

घर को स्वर्ग बनाना है तो ध्यान रखना होगा हमारा घर एक प्रयोगशाला है जिसमे हम अपने जीवन पर प्रयोग करते हैं! हमारा अधिकतर समय अपने […]
September 22, 2020
ETHICS, DHARMA AND HINDU SOCIETY

ETHICS, DHARMA AND HINDU SOCIETY | Sudhanshu Ji Maharaj

ETHICS, DHARMA AND HINDU SOCIETY: (Performance of Duties) Ahimsa – non-violence in action, words, and thoughts – is considered the highest ethical value and virtue in […]
September 21, 2020
हे सर्वशक्तिमान! हम अपनी जीवन नौका को आपको समर्पित करते हैं।

प्रार्थना! | हे सर्वशक्तिमान! हम अपनी जीवन नौका को आपको समर्पित करते हैं

प्रार्थना! हे सर्वव्यापक! सर्वशक्तिमान! सर्वज्ञ प्रभो! हे दिनातीदीनवत्सल! करुनानिधान! दयालु भगवान! हमारा वास्तविक मंगल और व्यापक कल्याण आपके सर्वव्यापी सुनहरे हाथों में ही संभव है। है […]