Death is not Frightening If the current of Ganga-knowledge, if the current of devotion, if the picture of purity and piety reaches inside, then the nectar […]
अन्नपूर्णे सदा पूर्णे शंकरप्राणवल्लभे। ज्ञानवैराग्यसिद्धड्ढर्थं भिक्षां देहि च पार्वति।। अर्थात् अन्न में प्राण बसते हैं। जीवनी शक्ति वास्तव में प्राणमय शक्ति ही है, जिसका निवर्हन अन्न […]