Sudhanshu Ji Maharaj

December 15, 2020
You Do your Duty- Leave the Rewards Unto Me

You Do your Duty- Leave the Rewards Unto Me

‘You Do your Duty, Leave the Rewards Unto Me’ Disappointments reduce our capacities. Disappointment erodes our power source. Whenever disappointment confronts us it confuses us and its […]
December 14, 2020

हे दीनानाथ हम सुपथ पर चले | प्रार्थना! | Sudhanshu Ji Maharaj

*प्रार्थना!  हे दीनानाथ हम सुपथ पर चले! हे चन्द्र शेखर!हे जगदीश्वर! हे पतितपावन! हे कण–कण में रमने वाले परम अराध्यदेव! श्रद्धाभाव से विनत होकर हम आपकी […]
December 12, 2020
‘विद्या’ से विनय आना चाहिए ‘अहंकार’ नहीं

‘विद्या’ से विनय आना चाहिए ‘अहंकार’ नहीं

‘विद्या’ से विनय आना चाहिए ‘अहंकार’ नहीं    जीवन में जानना तो बहुत आसान है परन्तु उसे जानकर आत्मसात् करना बड़ा ही कठिन है। विद्या सार्थक […]
December 11, 2020
the Eternal Teachings of Bhagavad Gita

Fight COVID-19 Despondency with the Eternal Teachings of Bhagavad Gita

“मृत्यु दुखो का रूप धारण कर के सामने आती है। कभी भय बन के आएगी, कभी भ्रम बन के आएगी, कभी बीमारी बन के आएगी और […]
December 10, 2020
new-creation-of-new-life

नवजीवन का नव निर्माण | Atamchintan | Sudhanshu Ji Maharaj

नवजीवन का नव निर्माण नया वर्ष बहुत शीघ्र दस्तक देने वाला है , हम सभी लोग नए वर्ष का बहुत उत्साह से अभिनंदन करते हैं, ईश्वर […]