तनाव के दुष्परिणामों से बचकर रहें | Atmachintan | Sudhanshu ji Maharaj

तनाव के दुष्परिणामों से बचकर रहें | Atmachintan | Sudhanshu ji Maharaj

Stay away from the ill effects of stress

तनाव के दुष्परिणामों से बचकर रहें

आज के युग की सबसे बड़ी समस्या तनाव ही है । आपा धापी भरी जिंदगी और तनाव से जूझता हर व्यक्ति अशांति और बेचैनी – यही रह गया है जीवन का सत्य!
तनाव व्यक्ति की प्रसन्नता को खा जाता है, हर समय चिड़चिड़ा स्वभाव , परेशानी से भरा मन और अस्त व्यस्त जीवन – यही परिणाम दिखाई देते हैं । 70% से अधिक बीमारियां तनाव के कारण ही आती है – अवसाद ग्रस्त व्यक्ति अपना जीवन जीना ही भूल जाता है। निराशा उसे इस हद तक घेर लेती है कि कभी कभी यह प्राण लेवा भी साबित हो जाती है- आत्म हत्या जैसे बुरे विचार मनुष्य को अनहोनी करने को मजबूर कर देते हैं!

प्रश्न उठता है कि तनाव से छुटकारा कैसे दिलाया जाए । पहली बात तो यह समझ लीजिए कि तनाव का आना बुरी बात नहीं है पर उसका टिकना बुरी बात है। जीवन मे अच्छा बुरा तो घटेगा : सब कुछ मनमाना तो नही हो सकता परन्तु जल्दी ही उन विचारों को मन से निकाले ओर सामान्य होने की चेष्टा करें!
अपने जीवन शैली में बदलाव लाइये : सुव्यवस्थित कीजिये अपने आप को, अनुशासित कीजिये, जो व्यक्ति निराशापूर्ण बाते करें उनसे अपनी दूरी बनाये- हंसना खिलखिलाना तथा प्रकृति की बीच सैर करना, पक्षियों का कलरव, छोटे बच्चों के साथ खेलना – यह सभी आपके तनाव को समाप्त करने में सहायक हैं!
अपने को आध्यात्म से जोड़ें – भगवान का भरोसा ओर सदगुरु की छत्रछाया – आपको बहुत अधिक शक्ति प्रदान करती है । इसलिए महसूस करो हर पल की कृपा भरे हाथों के बीच मैं सुरक्षित हूँ : जीवन का हर पल आनंद लेते हुए गुजारना है- परमात्मा का शुकराना करते हुए : आप पाएंगे कि जीवन खुशियों से लहलहा उठेगा!
*सदगुरु के प्रेरणादायक वचनों का नित्य श्रवण, मनन करें, विचारशक्ति बहुत बड़ा काम करती है और आपको वह कुछ प्राप्त होगा जिसकी आपने कल्पना भी न कि होगी ।

1 Comment

  1. Dinesh Gupta says:

    Very nice

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