हे प्रभु! मुझे इस लायक बना के रखना की यह तन और मन जिंदगी में आखिरी समय तक सेवा करने के लायक बना रहे, तू इस योग्य बनाकर रखना की मेरी यह वाणी आखिरी क्षण तक तेरा नाम जप कर सके और तेरी सेवा में लगी रहे, तेरी प्रतिनिधियों के लिए दो अछे शब्द कह सके, हे प्रभु! मेरे हाथ सहयोग के लिए सदा उठते रहे, मेरे हाथ जीवन के अंतिम समय तक दान देने के लिए उठते रहे. इन पावों में इतनी शक्ति देना की जहाँ पर तेरे नाम की चर्चा होती है वहां चलते रहे, इतना विवश न हो जाऊं की तेरी और कदम न बड़ सके, आँखों में इतनी शक्ति देना की तेरे मंदिर में जाकर तेरे स्वरुप का दर्शन कर सकूँ जिनके साथ बैठने से तेरे संग का रंग लगता है उनकी संगती में बैठ सकूँ, ऐसा आशीर्वाद प्रदान करें
ॐ गुरुवै: नमः