अपने जीवन को सफल बनाने के लिए इन सूत्रों पर ध्यान देना होगा । सबसे पहला नियम तो यही अपनाना होगा कि दृढ़ संकल्प ही आपको लक्ष्य तक पहुंचा सकता है: जो कार्य या लक्ष्य पकड़ लिया उसे मजबूती से पूरा करना है : पूरी शक्ति लगा दो उस दिशा में , तो सफलता अवश्य मिलेगी!
अपने अंदर एकाग्रता की शक्ति को अधिक से अधिक बाधाएं, जो कार्य करना है पूरी तरह डूबकर ओर कुछ होश ही ना रहे -जब इतनी एकाग्रता सध जाएगी तो आप सफलता के बहुत करीब होंगे! बिखरा हुआ, आधा अधूरा मन कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकता!
भगवान की भक्ति में बढ़ने का भी यही सूत्र है : पूरी शक्ति से उसे पुकारो, अपना तन, मन सब कुछ अर्पित कर दो ; प्रकृति के कण कण में वह ही नज़र आये: हर आत्मा परमात्मा का ही रूप हो: बस ज्योति जाग्रत हो जाएगी परंतु इसमें माध्यम बनते हैं सदगुरु- उनकी उंगली थामे बिना हम इन मार्ग पर प्रशस्त नहीं हो सकते !इसलिए अपने गुरु को आधार बनाकर चलना होगा!
दृढ़ संकल्प, शुद्ध मन, पवित्र आत्मा , दिखावे से दूर रहना और सरल , सहज जीवन : यही सफलता के आधार हैं। इनका पालन करें और जीवन की ऊंचाइयों तक पहुंचना है: साधारण जीवन जिया ओर संसार से विदा हो गए, नामोनिशान खत्म- कुछ खास बनना है और अपनी खुशबू पीछे छोड़कर जानी है जिससे आपको इस शरीर छूटने के बाद भी याद किया जा सके!!
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