ॐ ओजो: असि ओजो: महि: देहि,तेजो असि तेजो महि देहि,बलम असि बलम महि देहि,सहो असि सहो महि देहि!
ॐ सूर्य नारायणाय: नमः!
हे सूर्यनारायण!हे भास्कर!इस जगत में सदैव सभी का मंगल ही मंगल हो,सभी का सदैव कल्याण हो,सभी सदा ही सुखी,स्वस्थ,मस्तिमय व भक्तिमय रहें!हे आदित्यदेव!आप सभी पर अपनी कृपा व मेहर करो,सभी सदा ही सुखी व खुश रहें!हे ज्योतिर्मय!आप सभी के जीवन से अन्धकार दूर करके सभी के जीवन को प्रकाशित कर दो!आप सभी पर अपनी दया दृष्टि रखो!इस जगत में चारों ओर सभी के जीवन में प्रकाश व खुशहाली हो!यहाँ कोई भी दुखी न हो!सभी सदा ही यश-कीर्ति,अच्छा स्वास्थ्य,दीर्घायु,सम्पन्नता,सफलता व खुशहाली प्राप्त करें!सभी का हर दिन शुभ,मंगलमय,भक्तिमय व कल्याणकारी हो!सभी के जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो!सदैव सभी पर अपनी कृपा दृष्टि बनायें रखना!
ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॐ!
सादर हरि ॐ जी!
2 Comments
गुरू जी प्रणाम
आज से आदि ध्यान साधना मे आप की अनुकम्पा बरसीं धन्यवाद आपका
लोकडाऊन के समय में यह अवसर मिला जब सब कुछ बन्द है घरों में बैठे हैं करोना वायरस से दुनिया में खलबली मची हुई है एक डर मे सब जी रहे हैं एसे मे आप ने हम पर कृपा की सभी को हेल्दी भी रहना है तो योग प्राणायाम ध्यान से बढ़कर कुछ नहीं है।इस अवसर प्रदान करने के लिए हृदय से आभारी हूं। गुरू जी आप के श्री चरणों में समर्पित वन्दना जी
सुमन लता
Jai Shree Sadguru Dev