प्यारे ईश्वर से अपना संबंध जोड़िए, और दुनियां से अपना संबंध हटाइए।
और शांति से शांति की ओर यात्रा करिए।
घृणा, द्वेश के संसार से प्रेम और मैत्री संबंध रखने की शक्ति देने वाले प्यारे ईश्वर से अपना संबंध जोड़िए।
उदासी, निराशा फैलाने वाले जगत से जहां खुशी है, जहां बहुत आशाएं हैं उस प्यारे परमात्मा के चरणों से अपना मन जोड़े।
और लम्बा गहरा श्वास भरकर ओमकार का उच्चारण करें
ॐ …
ईश्वर का स्तवन करें, गुणगान, महिमा का कथन।
दयालु सर्वशक्तिमान, सबके आधार, संकटमोचक प्रभु,
हे पतितपावन आपको प्रणाम।
दुखों को दूर करने वाले
परम पावन, सबको पवित्रता प्रदान करने वाले हो।
आपका ध्यान करते हैं हम।
और आपसे प्रर्थना करते हैं प्रभु!
इस जीवन को अपनी शक्तियों से अपनी कृपाओं से ओत-प्रोत कीजिए। हमारे शरीर के प्रत्येक कोश में कोशिकाओं में अपना
प्रेम भरिए, अपनी शांति, अपना आनंद दीजिए।
हमें जागृत कीजिए।
हम आपके प्रतिनिधी बनकर इस संसार में सर्वत्र प्रेम, आनंद और शांति को फैलाने वाले बनें।
हमारे चारों ओर सुख का साम्राज्य हो, प्रेम और शांति का साम्राज्य हो, हम सबको आशीर्वाद दीजिए।
सभी का कल्याण हो, यही विनती है प्रभु स्वीकार करें।