हाथ जोड़ लीजिए सभी और शांति से और प्रेम से अपनी आंखें बंद करते हुए अपना ध्यान पूरे संसार से हटाकर अपने करतार के, रब के, परमात्मा के चरणों में ले आइए और प्रार्थना कर लीजिए हे प्रभु, हे दया निधान! कृपा निधान! सर्वशक्तिमान दयालु परमेश्वर! हम आपके बालक-बालिकाएं आपको श्रद्धा भरा प्रणाम अर्पित करते हैं प्रभु।
आप सब जगह हो, सब में हो, सबके हो और सबकी रक्षा करते हो। सब पर आपकी कृपा है, आपकी दया है, आपकी मेहर है। जो आपके चरणों से जुड़ा रहता है, जिसका माथा आपके चरणों में झुकता है, जिसकी वाणी आपका नाम जपती है, जिसके हाथ आपकी सेवा करते हैं,
जिसके चरण आपकी ओर चलते हैं, उसको आप निहाल करते हैं, मालामाल करते हैं। हे प्रभु! आपके दर पर आए हुए जो भी भक्त हैं, उनकी झोलियां भरना, उनको सुख देना, शांति देना, कृपा करना, उनके कष्टों का निस्तारण कर देना, उनके दु:खों को दूर कर देना प्रभु।
हमारी यह प्रार्थना स्वीकार कर लेना, सबका कल्याण हो, सबका भला हो, सबको अपना नाम जपाओ प्रभु, सबको अपनी शरण में लो, सबको आप अपने राह में लगाओ, सबके घर में प्रेम हो, सुख हो, शांति हो और सभी का उद्धार हो, सभी का भला हो, यही विनती है प्रभु हमारी, स्वीकार हो, स्वीकार हो, स्वीकार हो।