आइए प्रार्थना करें! हे दयानिधान, कृपानिधान, सर्वशक्तिमान, पतित पावन, असीम अनन्त सच्चिदानन स्वरुप परमेश्वर, हम सभी भक्तों का प्रणाम स्वीकार कीजिए!
हम श्रद्धा भाव से आपके चरणों में नमन करते हैं, आपकी समस्त कृपाओं के प्रति आभारी और धन्यवादी हैं, परमेश्वर, आप हमारे अंदर और बाहर सब कुछ हमारे रूप को जानते हैं!
हम कितने अच्छे हैं, कितने बुरे, कितने खरे और कितने खोटे, किस तरह का व्यवहार करने वाले और कैसे जीने वाले, किस तरह का व्यक्तित्व हमारा है यह सब आपको मालूम है!
परमेश्वर आप अंतर्यामी हैं लेकिन पतित पावन भी हैं! पतितों को भी पावन करके उनका उत्थान करते हैं! आपकी शरण में जो भी आ जाए उसका कल्याण अवश्य होता है आप ही सभी के माता पिता बंधु सखा हैं! आपकी शरण में आने वाले को आपका प्रेम अवश्य प्राप्त होता है!
इसलिए प्रभु आपसे प्रार्थना है! हमारा उद्धार हो हमारे दुख दूर हो हमें चिंताओं से मुक्ति मिले रोग और कष्टो से मुक्ति मिले घर में और जीवन में सुख और शांति आप प्रदान करें हमारे कर्म क्षेत्र में हमें सफलता मिले हमारे मन में सदैव शान्ति और संतुष्टि रहे प्रसन्न रहते हुए जीवन का समस्त लक्ष्य पूरा कर सकें हे! भगवान हमारे मन में हमारे हृदय में आप अपना वास कीजिए! हमारे अंग संग रहिए हम सब का उद्धार कीजिए! कल्याण कीजिए! यही विनती है प्रभु स्वीकार कीजिए!